तीन साल से एक दूसरे को करते थे अटूट प्रेम, गांव के बाहर पेड़ से लटकती हुई दोनों लाश मिली
प्रेम में हर बंदिश बेकार हो जाती है। जमाना चाहे लाख कोशिश कर ले, प्रेमियों के बीच दीवार बन जाए लेकिन वह हर दीवार को तोड़ने में सक्षम साबित होते। दो प्रेमियों को जब जमाने ने जुदा करने की सोची तो दोनों ने जमाने को ही तजने का निर्णय ले लिया। दोनों गांव के बाहर एक सुनसान जगह पर मिले और अधूरे-कसमें वादों के बीच अपनी प्रेम कहानी को अमर कर दिया। जमाने की बंदिशों को ठोकर मारते हुए साथ मरना स्वीकार किया। मंगलवार की सुबह लोगों ने पेड़ से लटकती दो लाशें देखी तो कोहराम मच गया। हर ओर इनकी चर्चा है।
यह प्रेम कहानी गोरखपुर जिले के खोराबार क्षेत्र के दो अनजान युवक-युवती की है। करीब तीन साल पहले की बात है जब इनकी जान -पहचान प्रेम में तब्दील हो गई। दोनों एक दूसरे के नजदीक कब आए इसका अहसास इनको भी नहीं हो सका। युवती कैथवलिया की रहने वाली थी और युवक जंगल सिकरी का। दोनों सजातीय थे और हमउम्र भी। आसपास के लोग बताते हैं कि करीब तीन साल से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस प्रेम कहानी के चर्चे आसपास के गांव के युवक-युवतियों में भी खूब थे लेकिन परिवारवालों और तमाम लोगों को यह खटकती भी थी। दोनों प्रेमी शादी कर अपनी दुनिया बसाना चाहते थे लेकिन घर वाले इसके लिए तैयार नहीं थे। दोनों प्रेमी जुदाई के डर से घरवालों को मनाने की हर संभव कोशिश करते रहते लेकिन सब विफल।
हालांकि, दो महीना पहले की बात है युवक धर्मेंद्र ने पिता को मनाने में सफलता पा ली, प्रेम के आगे उसके परिवार को झुकना पड़ा और परिजन शादी को मान गए थे। धर्मेंद्र के पिता सरबजीत बताते हैं कि दो महीना पहले ही बेटे की जिद पर वह लड़की के घर कैथवलिया गए थे। लेकिन लड़की के घरवाले तैयार न थे। वह बताते हैं कि वहां पंचायत भी हुई कि दोनों सजातीय हैं, एकदूसरे को पसंद करते हैं तो शादी हो जाए। लेकिन युवक के पिता कहते हैं कि लड़की के घरवाले किसी भी सूरत में राजी नहीं हुए।
लड़की के घरवालों ने तय कर दी शादी उधर, दोनों प्रेमी अपनी अलग दुनिया के सपने बुनते और इसमें परिवार की रजामंदी के लिए जितनी कोशिश करते दोनों के बीच दूरियां बढ़ाने के लिए युवती के घरवाले और तेजी करने लगते। दोनों प्रेमियों के बीच में दीवार बने लड़की के घरवालों ने युवती की शादी अपनी मर्जी से तय कर दी। लड़की इसके लिए राजी नहीं थी। वह किसी भी सूरत में अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती थी। युवती के शादी से इनकार के बाद भी घरवालों ने शादी की तारीख तय कर दी थी। 25 जून को ही उसकी शादी थी। घर में तैयारियां शुरू हो चुकी थी। कार्ड बांटना भी प्रारंभ हो चुका था। युवती की मां रमावती देवी बताती हैं कि कार्ड रिश्तेदारों के घर पहुंचाना शुरू हो चुका था। बारात के लिए आवश्यक सामानों की बुकिंग भी हो रही थी। वह बताती हैं कि सोमवार को सबको खाना बनाकर खिलाने के बाद उनकी बेटी रात में छत पर सोने के लिए चली गई। सबकुछ सामान्य था लेकिन सुबह घटना के बारे में पता चला।
सुबह गांव के बाहर पेड़ से लटकती मिली लाशें युवती के गांव कैथवलिया के पश्चिमी दिशा में बाहर एक शीशम का पेड़ है। मंगलवार की सुबह गांव के लोगों ने दो लाशें लटकती हुई देखी। पुलिस को बुलाया। शवों को उतरवाकर पहचान कराया गया तो वह प्रेमी धर्मेंद्र व उसकी प्रेमिका के रूप में हुई। सूचना पाकर पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंच गए। दोनों के पास से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिले। कयास लगाया जा रहा है कि प्रेमिका की शादी तय होने और परिवारवालों के न झुकने से आहत होकर दोनों ने एक साथ प्राण त्यागने का निर्णय लिया हो। रात में मिलने के बाद दोनों ने मौत को गले लगा लिया। युवती का शव उसके दुपट्टे से व युवक का गमछे से लटका मिला है।
पुलिस ने मां व भाई को लिया हिरासत में, पिता कार्ड बांटने गए थे फिलहाल पुलिस इस मामले को आत्महत्या करार दे रही है लेकिन तमाम लोगों का यह भी मानना है कि दोनों प्रेमियों की हत्या कर उसे आत्महत्या का रूप दिया गया है। पुलिस अभी कुछ भी कहने से इनकार रही है। हालांकि, पुलिस ने युवती की मां व उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। शव को पोस्टमार्टम को भेजवा दिया गया है।